डी.एल.एड. फर्स्ट इयर पेपर
F-5 भाषा की समझ तथा आरम्भिक भाषा विकास सिलेबस
| TOPIC | भाषा की समझ तथा आरम्भिक भाषा विकास सिलेबस |
| SUBJECT | BHASHA KI SMJH TTHA AARMBHIK BHASHA VIKAS SYLLABUS |
| CODE | F-5 |
| COURSE | BIHAR DELED |
| YEAR | FIRST YEAR |
BHASHA KI SMJH TTHA AARMBHIK BHASHA VIKAS SYLLABUS
इकाई 1 : भाषा की प्रकृति
इकाई 2 : भाषायी विविधता वहुभाषिकता
इकाई 3 : बच्चों का आरम्भिक भाषा विकास और विद्यालय में भाषा
इकाई 1 : भाषा की प्रकृति
* भाषा का अर्थ
* भाषा : प्रतीकों की वाचिक व्यवस्था के रूप में,
समझ के माध्यम के रूप में,
सम्प्रेषण के माध्यम के रूप में।
* मानव भाषा और पशु-पक्षियों, पेड़-पौधों की भाषा में अन्तर।
* भाषा की नियमबद्ध व्यवस्था : ध्वनि संरचना, शब्द संरचना, वाक्य संरचना, प्रोक्ति (संवाद) संरचना।
* भाषा की विशेषताएँ।
इकाई 2 : भाषायी विविधता वहुभाषिकता
* भारत का बहुभाषिक परिदृश्य : भारत में भाषाएँ एवं भाषा-परिवार।
* बिहार का बहुभाषिक परिदृश्य।
* भाषा और बोली।
* बहुभाषिकता के आयाम : बौद्धिक आयाम, शिक्षणशस्त्रीय आयाम।
* भाषाओं के सन्दर्भ में संवैधानिक प्रावधान : अनुच्छेद 343-351, आठवीं अनुसूची।
* बहुभाषिक कक्ष और केस स्टडी।
इकाई 3 : बच्चों का आरम्भिक भाषा विकास और विद्यालय में भाषा
* बच्चों में भाषा सीखने की क्षमता तथा बच्चों के भाषाई ज्ञान को समझना
-विद्यालय आने से पहले बच्चों की भाषायी पूँजी।
* बच्चे भाषा कैसे सीखते हैं? (स्किनर, चॉमस्की, वायगोत्सकी और पियाजे के विशेष सन्दर्भ में)।
* भाषा अर्जित करने और भाषा सीखने में अन्तर।
* विद्यालय में भाषा-विषय के रूप में माध्यम भाषा के रूप में।
* भाषा सीखने-सिखाने के उद्देश्यों की समझ : कल्पनाशीलता, सृजनशीलता, संवेदनशीलता।
* भाषा के आधारभूत कौशलों-सुनना, बोलना, पढ़ना और लिखने का विकास। -शुरुआती पढ़ना-लिखना।
* लिपि और भाषा।
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