-------------------------------------------------
- जिस काल में मनुष्य ने घटनाओं का कोई लिखित विवरण उद्धृत नहीं किया, उसे 'प्रागैतिहासिक कहते हैं।
- मानव विकास के उस काल को इतिहास कहा जाता है, जिसका विवरण लिखित रूप में उपलब्ध है।
- 'आद्य ऐतिहासिक काल' उस काल को कहते हैं, जिस काल में लेखनकला के प्रचलन के बाद उपलब्ल
लेख अभी तक पढ़े नहीं जा सके हैं। जैसे-सिन्धु या हड़प्पा सभ्यता।
- 'ज्ञानी मानव' (होमो सेपियन्स) का प्रवेश इस धरती पर आज से लगभग तीस या चालीस हजार वर्ष पर्व
हुआ।
- 'पूर्व-पाषाण युग' के मानव की जीविका का मुख्य आधार शिकार था।
- मध्य पाषाण कालीन स्थल आदमगढ़ (म. प्र.), बागोर ( राजस्थान) से पशुपालन के प्राचीन साक्ष्य मिले है
- आग का आविष्कार पुरा पाषाणकाल में एवं पहिए का नव पाषाणकाल में हुआ।
- मनुष्य में स्थायी निवास की प्रवृत्ति नव पाषाणकाल में हुई तथा उसने सबसे पहले कुत्ते को पालतू बनाया।
- मनुष्य ने सर्वप्रथम ताँबा धातु का प्रयोग किया।
- मानव द्वारा बनाया जाने वाला प्रथम औजार कुल्हाड़ी था।
- कृषि का आविष्कार नव पाषाणकाल में हुआ। नव पाषाणिक पुरास्थल मेहरगढ से कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य एवं नव पाषाणिक प्राचीनतम बस्ती एवं कच्चे घरों के साक्ष्य मिले हैं।
- नव पाषाणिक पुरास्थल बुर्जहोम एवं गुफ्फराल (कश्मीर में स्थित) से गर्तावास (Pit Dwelling) या गड्ढाघर या मृदभाण्ड एवं हड्डी के औजार प्राप्त हुए हैं।
- बुर्जहोम से प्राप्त कत्रों में मालिकों के साथ उनके कुत्तों को भी दफनाया जाता था।
- उ. प्र. में इलाहाबाद के नजदीक कोल्डिहवा एकमात्र ऐसा नव पाषाणिक पुरास्थल है जहाँ से चावल के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए।
- चिराँद (बिहार) से नव पाषाणकालीन हड्डी के उपकरण प्राप्त हुए।
PRACHIN KAL |PRAGAITIHASIK KAL ONLE LINE GK HISTORY
Thanks
ReplyDelete