समाज, शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ
विषय | समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ |
SUBJECT- | Samaj shiksha aur pathyacharya ki samajh |
SUBJECT- | Understanding Of Society,Education And Curriculum |
COURSE | Bihar D.El.Ed.1st Year |
PAPER NUMBER | 01 (First) |
PAPER CODE | F-1 |
Short Information | समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ नोट्स, बुक, गाइड ,सिलेबस क्वेश्चन पेपर |
AB JANKARI के इस पेज में बिहार डी.एल.एड फर्स्ट ईयर पेपर F-1 समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ सिलेबस , समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ नोट्स , समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ क्वेश्चन पेपर को सामिल किया गया है |
जिसका उत्तर चाहिए उसे क्लिक करे
TABLE OF CONTENT
|
उत्तर –
बच्चों के समाजीकरण में माता-पिता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। समाजीकरण वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से बच्चे समाज के नियम, मूल्य, संस्कृति और व्यवहार के तरीके सीखते हैं। माता-पिता इस प्रक्रिया के प्राथमिक और सबसे प्रभावशाली एजेंट होते हैं। उनकी भूमिका को निम्नलिखित बिंदुओं से स्पष्ट किया जा सकता है:
1. मूल्यों और नैतिकता का संचार:
माता-पिता बच्चों को सही और गलत का अंतर सिखाते हैं। वे उन्हें ईमानदारी, दया, सम्मान और सहयोग जैसे मूल्यों से परिचित कराते हैं, जो समाज में सामंजस्यपूर्ण रहने के लिए आवश्यक हैं।
2. भाषा और संचार कौशल का विकास:
बच्चे अपने माता-पिता से भाषा सीखते हैं और उनके साथ बातचीत करके संचार कौशल विकसित करते हैं। यह कौशल उन्हें समाज में दूसरों के साथ जुड़ने और अपने विचार व्यक्त करने में मदद करता है।
3. सामाजिक भूमिकाओं और अपेक्षाओं का ज्ञान:
माता-पिता बच्चों को परिवार और समाज में उनकी भूमिकाओं के बारे में बताते हैं। उदाहरण के लिए, वे उन्हें सिखाते हैं कि बड़ों का सम्मान कैसे करें, छोटों के साथ कैसे व्यवहार करें और समूह में कैसे काम करें।
4. आदतों और व्यवहार का निर्माण:
माता-पिता बच्चों की दिनचर्या, अनुशासन और व्यवहार को आकार देते हैं। वे उन्हें अच्छी आदतें सिखाते हैं, जैसे समय पर सोना, स्वस्थ खाना और दूसरों की भावनाओं का ध्यान रखना।
5. भावनात्मक सुरक्षा और समर्थन:
माता-पिता बच्चों को भावनात्मक सुरक्षा प्रदान करते हैं, जो उन्हें आत्मविश्वास के साथ समाज में रहने की क्षमता देता है। वे उन्हें तनाव और चुनौतियों से निपटने के तरीके सिखाते हैं।
6. सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों का प्रसार:
माता-पिता बच्चों को अपने परिवार और समुदाय की संस्कृति, परंपराओं और धार्मिक मान्यताओं से परिचित कराते हैं। यह बच्चों को अपनी पहचान और जड़ों से जोड़ता है।
7. सामाजिक कौशल का विकास:
माता-पिता बच्चों को दूसरों के साथ बातचीत करने, सहयोग करने और संघर्षों को सुलझाने के तरीके सिखाते हैं। यह कौशल उन्हें समाज में सफलतापूर्वक रहने में मदद करता है।
8. आदर्श और अनुकरण:
बच्चे अपने माता-पिता को आदर्श मानकर उनके व्यवहार और आदतों का अनुकरण करते हैं। इसलिए, माता-पिता का आचरण बच्चों के समाजीकरण पर गहरा प्रभाव डालता है।
निष्कर्ष:
माता-पिता बच्चों के समाजीकरण की नींव रखते हैं। उनका व्यवहार, शिक्षा और मार्गदर्शन बच्चों को एक जिम्मेदार और सामाजिक व्यक्ति बनाने में मदद करता है। इसलिए, माता-पिता की भूमिका बच्चों के सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक विकास में अहम होती है।
(1) शिक्षा का अर्थ के लिए इसे क्लीक करे >>>>
(2) शिक्षा का संकुचित अर्थ - के लिए क्लीक करे >>>
(3) शिक्षा के आधुनिक अर्थ - के लिए क्लीक करे >>>
(4)अति लघु उतरीय प्रश्नों का उत्तर ? के लिए इसे क्लिक करे
समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ BOOK PDF DOWNLOAD
समाज, शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ BOOK pdf Download
This page is Updating . जल्द ही इस पेज सारे कार्य पूरा कर लिए जायेगे और आपको बिहार डी एल एड सम्बन्धित सभी जानकार एक स्थान पर मिल जायेगी ,जिनसे आप परीक्षा के तैयारी अच्छे से कर पायेंगे | हम आपके कुशल भविष्य की कामना करते है
समाज, शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ सिलेबस के लिए इसे क्लिक करे >>>
समाज, शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ PREVIOUS YEAR QUESTION PAPER
समाज, शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ 2019 प्रश्न
This page is Updating . जल्द ही इस पेज सारे कार्य पूरा कर लिए जायेगे और आपको बिहार डी एल एड सम्बन्धित सभी जानकार एक स्थान पर मिल जायेगी ,जिनसे आप परीक्षा के तैयारी अच्छे से कर पायेंगे | हम आपके कुशल भविष्य की कामना करते है
समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ GUIDE PDF DOWNLOAD
Join Telegram Channel | Click Here |
Join Whatsapp Group | Click Here |
Join on Youtube | Click Here |
Join on Facebook | Click Here |
समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ (paryavaran adhyayan ka shikshan shastra ) के अंतर्गत निम्नलिखित टॉपिक से सम्बन्धित प्रश्न पूछ सकते है
समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ प्रश्नोत्तरी ,समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ ,(Understanding Of Society,Education And Curriculum) BOOK GUIDE PDF,समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ ,(Understanding Of Society,Education And Curriculum)NOTES ,समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ HANDWRITTEN NOTES , समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ SYLLABUS ,समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ QUESTION BANK ,Samaj Shiksha Aur Pathyacharya Ki Samajh Syllabus , Samaj Shiksha Aur Pathyacharya Ki Samajh Question Paper ,Samaj Shiksha Aur Pathyacharya Ki Samajh Book pdf ,Samaj Shiksha Aur Pathyacharya Ki Samajh Guide pdf ,Samaj Shiksha Aur Pathyacharya Ki Samajh Notes pdf
(1) प्रश्न:- समाज शिक्षा और पाठ्यचर्या की समझ का फुल मार्क्स क्या है ?
उत्तर :-www.abjanakri.in -100 मार्क्स
(2) प्रश्न: -डी.एल.एड में पासिंग percentage क्या है ?
उत्तर :-www.abjanakri.in -45% |
(3) प्रश्न:-डी.एल.एड 2 साल मे कितनी परीक्षा होती है ?
उत्तर : www.abjanakri.in -2 वर्ष में दो परीक्षा |
(4) प्रश्न:-???
उत्तर : www.abjanakri.in -??
S.N | महत्वपूर्ण लिंक | LINK |
01 | व्हाट एप्प , टेलीग्राम , Twitter, ज्वाइन करने लिए क्लीक करे | CLICK HERE |