Type Here to Get Search Results !

F-11 | कला समेकित शिक्षा सिलेबस | SCERT BIHAR DElEd FIRST YEAR PAPER F-11 KLA SMEKIT SHIKSHA SYLLABUS | बिहार डी.एल.एड फर्स्ट इयर पेपर F-11



कला समेकित शिक्षा सिलेबस

SCERT BIHAR DElEd FIRST YEAR PAPER F-11

 KLA SMEKIT SHIKSHA SYLLABUS


इकाई 1 : कला समेकित शिक्षा की समझ

इकाई 2 : दृश्य कला

इकाई 3: प्रदर्शन कला

इकाई 4: कला अनुभव का शिक्षण में सृजनात्मक प्रयोग

 

इकाई 1 : कला समेकित शिक्षा की समझ

 

कला शिक्षा एवं कला समेकित शिक्षा की समझ 


कला क्या है 


• कला शिक्षा : अवधारणा एवं महत्व 


• कला समेकित शिक्षा : अवधारणा एवं महत्व 


समकालीन क्षेत्रीय कलाओं, कलाकारों एवं कारीगरों से परिचय


 'कला शिक्षा' से 'कला समेकित शिक्षा' की ओर : अवधारणात्मक समझ 


• बाल कला की समझ

 

• बच्चों की संज्ञानात्मक क्षमता के विकास में कला समेकित शिक्षा की भूमिका


• प्रारम्भिक स्तर की पाठ्यचर्या से कला समेकित शिक्षा का जुड़ाव। 


इकाई 2 : दृश्य कला


दृश्य कलाएँ : अवधारणात्मक समझ एवं शैक्षिक उपयोगिता।

 

दृश्य कला सम्बन्धी कला अनुभव।


दृश्य कलाओं के विविध प्रकार एवं सम्बन्धित सामग्री से परिचय एवं विकास : यथा—चित्र बनाना, 

मुखौटा, मिरर इमेज, कागज एवं कबाड़ से सामग्री निर्माण। 




इकाई 3: प्रदर्शन कला


प्रदर्शन कला : अवधारणात्मक समझ एवं उपयोगिता


प्रदर्शनी कला सम्बन्धी कला अनुभव 


प्रदर्शन कला के विविध प्रकार एवं उनकी तैयारी 


• वाचन, सृजनात्मक लेखन एवं सम्प्रेषण कला 


• संगीत, गायन एवं नृत्य : लोक, शास्त्रीय एवं समकालीन

 

• परछाई से रोचक स्वरूपों को गढ़ना 


• नाटक मंचन के विविध स्वरूप।

 

शिक्षा में रंगमंच' की अवधारणा समझ तथा उपयोगिता। 


इकाई 4: कला अनुभव का शिक्षण में सृजनात्मक प्रयोग

 

'सीखने की योजना' और कला समेकित शिक्षा : प्रमुख बिन्दु एवं चुनौतियाँ।


विभिन्न कला सामग्रियों का शिक्षण में प्रयोग : विषयों की विषयवस्तु के सन्दर्भ में सीखने की योजना एवं क्रियान्वयन।


विद्यालय के भवन, जगह, समय और गतिविधि में कला अनुभव के समावेश के तरीके। 


सीखने-सिखाने में कला अनुभव के प्रभावी समावेश हेतु शिक्षक एवं विद्यालय की भूमिका। 


इकाई 5 : कला समेकित शिक्षा में आकलन एवं मूल्यांकन

 

कला समेति शिक्षा में आकलन एवं मूल्यांकन : अवधारणात्मक समझ, बच्चों के सह-शैक्षिक (को 

स्कोलास्टिक) मूल्यांकन में भूमिका, क्रियानव्यन के दौरान याद रखे जाने वाले प्रमुख बिन्दु।


आकलन एवं मूल्यांकन के संकेतक : अर्थ, दृश्य कला एवं प्रदर्शन कला के सन्दर्भ में। 


कला में मल्यांकन के विभिन्न उपागमों एवं तकनीकों की समझ : अवलोकन (आबजर्वेशन) सूची, परियोजना कार्य, पोर्टफोलियो, चेक लिस्ट, रेटिंग स्केल, घटना वृत्तान्त (एनॅकडॉटल रेकार्ड), प्रदर्शना डिस्प्ले व प्रेजेण्टेशन) आदि। 


आकलन एवं मूल्यांकन को सम्प्रेषित एवं प्रस्तुत करने के विविध तरीके। 

 

****************

****************

SCERT BIHAR DElEd FIRST YEAR PAPER F-11 KLA SMEKIT SHIKSHA SYLLABUS



S.Nमहत्वपूर्ण लिंक LINK
01व्हाट एप्प , टेलीग्राम , Twitter, ज्वाइन करने लिए क्लीक करे CLICK HERE

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad