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कोहलबर्ग सिद्धांत वन-लाइनर CTET

कोहलबर्ग सिद्धांत वन-लाइनर CTET

TOPIC कोहलबर्ग सिद्धांत वन-लाइनर CTET
EXAM CTET
SHORT INFO CTET के 150 प्रश्नों में 30 प्रश्न बल विकास से पूछे जाते है |

कोहलबर्ग का नैतिक विकास सिद्धांत: 100 महत्वपूर्ण एक-पंक्ति तथ्य (One-Liner Notes)

यह लॉरेंस कोहलबर्ग के नैतिक विकास के सिद्धांत (Kohlberg's Theory of Moral Development) से संबंधित 100 सबसे महत्वपूर्ण एक-पंक्ति तथ्य और प्रश्न हैं, जिन्हें आप त्वरित दोहराव (Quick Revision) के लिए उपयोग कर सकते हैं।

भाग 1: मूलभूत जानकारी और संरचना (1-10)

  • सिद्धांत का नाम: नैतिक विकास का सिद्धांत (Theory of Moral Development).
  • सिद्धांत के प्रतिपादक: लॉरेंस कोहलबर्ग (Lawrence Kohlberg).
  • कोहलबर्ग ने किससे प्रेरणा ली? जीन पियाजे के नैतिक विकास के सिद्धांत से.
  • अध्ययन की विधि: काल्पनिक नैतिक दुविधाओं (Moral Dilemmas) पर आधारित कहानियाँ सुनाना.
  • सबसे प्रसिद्ध दुविधा: हीन्ज़ की दुविधा (Heinz’s Dilemma).
  • नैतिकता का आधार: नैतिक तर्क (Moral Reasoning), न कि नैतिक व्यवहार.
  • सिद्धांत में प्रमुख स्तरों की संख्या: 3 स्तर (Levels).
  • सिद्धांत में कुल चरणों की संख्या: 6 चरण (Stages).
  • नैतिक विकास का क्रम: सार्वभौमिक (Universal) और अपरिवर्तनीय (Invariant) होता है.
  • कोहलबर्ग के अनुसार, बच्चा नैतिक मूल्यों का निर्माण कैसे करता है? स्वयं की सक्रिय भागीदारी द्वारा.

भाग 2: पूर्व-पारंपरिक स्तर (Level 1: Pre-conventional) (11-35)

  • पहला स्तर: पूर्व-पारंपरिक नैतिकता स्तर (Pre-conventional Morality).
  • उम्र सीमा: 4 से 10 वर्ष.
  • इस स्तर पर नैतिकता का आधार: बाहरी नियंत्रण और व्यक्तिगत परिणाम.
  • मुख्य लक्ष्य: दंड से बचना और पुरस्कार प्राप्त करना.
  • प्रथम चरण का नाम: दंड एवं आज्ञाकारिता अभिविन्यास (Obedience and Punishment Orientation).
  • प्रथम चरण में सही क्या है? जो दंड से बचाता है.
  • द्वितीय चरण का नाम: वैयक्तिकता और विनिमय अभिविन्यास (Individualism and Exchange) / स्व-हित.
  • द्वितीय चरण का नारा/भाव: "जैसे को तैसा" या "विनिमय" (Exchange / Tit for Tat).
  • स्व-हित (Self-interest) पर आधारित नैतिक तर्क किस चरण में होता है? द्वितीय चरण.
  • पूर्व-पारंपरिक स्तर में नैतिकता का स्रोत: सत्ताधारी व्यक्ति (Authority Figures).
  • एक बच्चा कहता है कि चोरी करना गलत है क्योंकि उसे सज़ा मिल सकती है। यह किस स्तर पर है? पूर्व-पारंपरिक स्तर.
  • वह चरण जहाँ बच्चा सोचता है कि नियम आवश्यकतानुसार बदले जा सकते हैं: द्वितीय चरण.
  • इस स्तर पर नैतिकता कैसी होती है? स्व-केंद्रित (Ego-centric).
  • पुरस्कार की आशा में अच्छा व्यवहार करना किस चरण को दर्शाता है? द्वितीय चरण.
  • इस स्तर पर, नियम तोड़ने का निर्धारण किस आधार पर होता है? उसके भौतिक परिणाम (Consequences) की गंभीरता पर.
  • "नियमों का पालन इसलिए करो क्योंकि सत्ताधारी व्यक्ति ने कहा है" - यह किस चरण की विशेषता है? प्रथम चरण.
  • "मैं तुम्हारी मदद तभी करूँगा जब तुम मेरी मदद करो" - यह किस चरण का उदाहरण है? द्वितीय चरण.
  • इस स्तर पर, 'सही' और 'गलत' कौन निर्धारित करता है? बाहरी शक्ति (माता-पिता, शिक्षक).
  • कोहलबर्ग ने किस चरण को 'साधन सापेक्षता' (Instrumental Relativist) कहा? द्वितीय चरण.
  • वह बच्चा जो सिर्फ डांट से बचने के लिए सच बोलता है, किस चरण में है? प्रथम चरण.
  • पूर्व-पारंपरिक स्तर पर नैतिक तर्क किस चीज़ से प्रभावित होता है? भौतिक शक्ति.
  • इस स्तर पर दूसरों के इरादों को महत्व दिया जाता है या नहीं? नहीं.
  • हीन्ज़ की दुविधा में, दवा न चुराना 'सज़ा से बचने के लिए', किस चरण का तर्क है? प्रथम चरण.
  • बच्चा सोचता है कि नियम अपरिवर्तनीय नहीं हैं, बल्कि वार्ता का विषय हैं: द्वितीय चरण.
  • पहला और दूसरा चरण किस स्तर के अंतर्गत आते हैं? पूर्व-पारंपरिक स्तर.

भाग 3: पारंपरिक स्तर (Level 2: Conventional) (36-65)

  • दूसरा स्तर: पारंपरिक नैतिकता स्तर (Conventional Morality).
  • उम्र सीमा: 10 से 13 वर्ष.
  • इस स्तर पर नैतिकता का आधार: सामाजिक अपेक्षाएँ और नियम/कानून.
  • मुख्य लक्ष्य: अच्छा बनना और सामाजिक व्यवस्था बनाए रखना.
  • तृतीय चरण का नाम: अच्छे अंतर्वैयक्तिक संबंध (Good Interpersonal Relationships) / अच्छा लड़का-अच्छी लड़की अभिविन्यास.
  • तृतीय चरण में सही क्या है? जो दूसरों को प्रसन्न करता है और स्वीकृत होता है (Good Boy/Nice Girl).
  • चतुर्थ चरण का नाम: कानून एवं व्यवस्था अभिविन्यास (Maintaining Social Order / Law and Order).
  • चतुर्थ चरण में नैतिकता का उद्देश्य: समाज को सुचारू रूप से चलाने वाले नियमों का पालन करना.
  • हीन्ज़ को दवा चोरी नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे कानून टूट जाएगा। यह किस चरण का विचार है? चतुर्थ चरण.
  • परंपरागत स्तर में व्यक्ति किसे महत्वपूर्ण मानता है? परिवार, समूह और राष्ट्र के नियम.
  • वह चरण जहाँ व्यक्ति की प्रेरणा सामाजिक अनुमोदन (Social Approval) होती है: तृतीय चरण.
  • बच्चा सोचता है कि नियम इसलिए बने हैं क्योंकि वे समाज के लिए आवश्यक हैं। यह किस चरण में आता है? चतुर्थ चरण.
  • कोहलबर्ग ने किस स्तर को अधिकांश वयस्कों के लिए विशिष्ट बताया? पारंपरिक स्तर.
  • नैतिक निर्णय 'संबंधों' और 'देखभाल' पर आधारित होते हैं, किस चरण में? तृतीय चरण.
  • शिक्षक को प्रभावित करने के लिए गृहकार्य करना किस चरण का उदाहरण है? तृतीय चरण.
  • "नियम नियम होते हैं और उनका पालन किया जाना चाहिए", यह कथन किस चरण को दर्शाता है? चतुर्थ चरण.
  • इस स्तर पर व्यक्ति 'अधिकार' (Authority) को कैसे देखता है? इसका सम्मान किया जाना चाहिए.
  • इस स्तर पर नैतिक सोच कैसी होती है? समूह-केंद्रित.
  • बहुमत द्वारा स्वीकृत होना नैतिक निर्णय का आधार बनता है, किस चरण में? तृतीय चरण.
  • कानून को बदलने की आवश्यकता पर कम ध्यान दिया जाता है, यह किस चरण की सीमा है? चतुर्थ चरण.
  • "यदि सब लोग नियम तोड़ना शुरू कर दें, तो समाज बिखर जाएगा" – यह तर्क किस चरण का है? चतुर्थ चरण.
  • कोहलबर्ग ने किस स्तर पर बच्चों की 'भूमिका-ग्रहण' (Role-taking) क्षमता का विकास पाया? पारंपरिक स्तर.
  • वह चरण जहाँ व्यक्ति 'कर्तव्य' (Duty) और 'सम्मान' (Respect) को महत्व देता है: चतुर्थ चरण.
  • पारंपरिक स्तर के चरण 3 और 4 में मुख्य अंतर क्या है? 3 व्यक्तिगत संबंधों पर, 4 व्यापक समाज व्यवस्था पर केंद्रित है.
  • चतुर्थ चरण को कोहलबर्ग ने क्या नाम दिया था? सामाजिक व्यवस्था बनाए रखना (Maintaining Social Order).
  • एक किशोर ट्रैफिक नियम इसलिए नहीं तोड़ता क्योंकि वह एक 'ज़िम्मेदार नागरिक' बनना चाहता है। यह कौन सा चरण है? चतुर्थ चरण.
  • इस स्तर पर नियम किसके द्वारा बनाए गए माने जाते हैं? समाज के सामूहिक हित के लिए.
  • तीसरा और चौथा चरण किस स्तर के अंतर्गत आते हैं? पारंपरिक स्तर.
  • व्यक्तिगत लाभ के बजाय सामाजिक व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करना किस स्तर की पहचान है? पारंपरिक स्तर.
  • अच्छा बनने की इच्छा से नियम का पालन करना किस स्तर पर आता है? पारंपरिक स्तर (तृतीय चरण).

भाग 4: उत्तर-पारंपरिक स्तर (Level 3: Post-conventional) (66-85)

  • तीसरा स्तर: उत्तर-पारंपरिक नैतिकता स्तर (Post-conventional Morality).
  • उम्र सीमा: 13 वर्ष से ऊपर (या युवा वयस्कता).
  • इस स्तर पर नैतिकता का आधार: व्यक्तिगत नैतिक सिद्धांत और सार्वभौमिक मूल्य.
  • मुख्य लक्ष्य: न्याय, स्वतंत्रता और मानवाधिकारों जैसे सिद्धांतों के साथ तालमेल बिठाना.
  • पंचम चरण का नाम: सामाजिक अनुबंध एवं व्यक्तिगत अधिकार अभिविन्यास (Social Contract and Individual Rights).
  • पंचम चरण में सही क्या है? जो अधिकतम लोगों के लिए अधिकतम भलाई सुनिश्चित करता है (Utilitarianism).
  • षष्ठ चरण का नाम: सार्वभौमिक नैतिक सिद्धांत अभिविन्यास (Universal Ethical Principles).
  • षष्ठ चरण में नैतिकता का आधार: विवेक (Conscience) और आत्म-चयनित नैतिक सिद्धांत.
  • वह चरण जहाँ कानून को केवल तभी तोड़ा जाता है जब वह अन्यायपूर्ण हो: पंचम चरण.
  • उत्तर-पारंपरिक स्तर पर नैतिक तर्क कैसा होता है? सिद्धांत-केंद्रित (Principle-Centred).
  • हीन्ज़ को दवा चोरी करनी चाहिए क्योंकि मानव जीवन का मूल्य संपत्ति से ऊपर है। यह तर्क किस चरण का है? षष्ठ चरण.
  • इस स्तर पर व्यक्ति सोचता है कि नियम लचीले होने चाहिए और बदले जा सकते हैं: पंचम चरण.
  • अधिकारों के संरक्षण के लिए कानून का विरोध करना किस चरण की विशेषता है? पंचम चरण.
  • कोहलबर्ग के अनुसार, किस चरण में सबसे कम लोग पहुँचते हैं? षष्ठ चरण.
  • गाँधी या मदर टेरेसा का नैतिक तर्क किस चरण से जोड़ा जा सकता है? षष्ठ चरण.
  • व्यक्तिगत अधिकार (Individual Rights) और लोकतांत्रिक प्रक्रियाएँ किस चरण के केंद्र में हैं? पंचम चरण.
  • नैतिकता के 'सार्वभौमिक मूल्य' (Universal Values) जैसे न्याय और समानता किस चरण से संबंधित हैं? षष्ठ चरण.
  • इस स्तर पर, व्यक्ति सामाजिक व्यवस्था के बजाय किस पर ध्यान केंद्रित करता है? न्याय और गरिमा के सिद्धांत.
  • उत्तर-पारंपरिक स्तर पर नैतिक निर्णय किसका उत्पाद होता है? आंतरिक विवेक और तर्क.
  • पांचवां और छठा चरण किस स्तर के अंतर्गत आते हैं? उत्तर-पारंपरिक स्तर.

भाग 5: आलोचनाएँ और शिक्षण (86-100)

  • सिद्धांत की मुख्य आलोचना: केवल पुरुषों (Boys) पर अध्ययन (लिंग-पक्षपात).
  • कोहलबर्ग के सिद्धांत की आलोचना किसने की? कैरल गिलिगन (Carol Gilligan).
  • कैरल गिलिगन ने किस भिन्न नैतिकता का प्रस्ताव दिया? देखभाल की नैतिकता (Ethics of Care).
  • देखभाल की नैतिकता किस पर जोर देती है? संबंध, सहानुभूति और जिम्मेदारी.
  • कोहलबर्ग ने नैतिक दुविधाओं के समाधान के बजाय किस पर अधिक बल दिया? समाधान के पीछे के तर्क पर.
  • सिद्धांत की एक सीमा: इसका 'सांस्कृतिक पूर्वाग्रह' (Cultural Bias) है.
  • नैतिक विकास के चरणों का क्रम कैसा होता है? अटल (Fixed) और अपरिवर्तनीय (Irreversible).
  • क्या बच्चे एक चरण को छोड़कर दूसरे पर जा सकते हैं? नहीं.
  • कोहलबर्ग ने किस चरण को सबसे कम सिद्ध किया? षष्ठ चरण.
  • पंचम चरण की सोच किस व्यवस्था से जुड़ी है? लोकतांत्रिक (Democratic) और उपयोगितावादी (Utilitarian) सोच से.
  • कोहलबर्ग ने नैतिकता को किस पहलू पर बल दिया? संज्ञानात्मक (Cognitive) पहलू.
  • नैतिक दुविधाओं पर चर्चा करना किस स्तर के शिक्षण के लिए उपयोगी है? सभी स्तरों के लिए, लेकिन उत्तर-पारंपरिक स्तर के लिए विशेष रूप से.
  • नैतिक विकास में परिपक्वता (Maturity) कब आती है? जब व्यक्ति नैतिक तर्क में बाहरी नियंत्रण से आंतरिक सिद्धांतों की ओर बढ़ता है.
  • नैतिक विकास के सिद्धांत को शिक्षा मनोविज्ञान में क्यों पढ़ा जाता है? ताकि शिक्षक बच्चों के नैतिक तर्क के स्तर को समझकर उचित मार्गदर्शन दे सकें.
  • हीन्ज़ की दुविधा किस विषय पर एक द्वंद्व (Conflict) प्रस्तुत करती है? कानून का पालन बनाम जीवन बचाना.

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