BIHAR D.EL.Ed 2nd YEAR S 4 स्वयं को समझना सिलेबस
इकाई-1 एक व्यक्ति के रूप में स्वयं को समझना
> अपने व्यक्तित्व को समझने की जिज्ञासा : 'मैं कौन हूँ' 'सेल्फ बनाम इगो', 'अस्मिता के पहलू'
> अपना 'सेल्फ पोट्रेट' लिखना
> आत्म-अभिव्यक्ति की समझ : अपनी स्वीकार्यता, स्वाभिमान, आत्मविश्वास, आत्म-अभिप्रेरणा
> शिक्षक/शिक्षिका के तौर पर अपने मजबूत एवं कमजोर पक्षों का प्रोफाइल बनाना तथा उसके कारणों पर विचार करना।
> उपरोक्त बिन्दुओं से सम्बंधित कार्यशालाओं का आयोजन
इकाई-2 -अपनी अस्मिता के प्रति सजगता
> शिक्षकों की अस्मिता : समकालीन विमर्श; एक आदर्श शिक्षक की संकल्पना शिक्षक की अस्मिता सम्बंधी सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य
> अपनी धारणाओं, चिंतन एवं व्यवहार को समझना : विभिन्न आयामों तथा उनमें बदलाव की समझ
> शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका की पहचान तथा इसकी चुनौतियों की समझ : विद्यालय संस्कृति के संदर्भ में
> उपरोक्त बिन्दुओं से सम्बंधित कार्यशालाओं का आयोजन तथा विभिन्न कार्यकलाप
इकाई-3 -अपने कार्यों तथा जीवन उद्देश्यों की समझ
> अपने जीवन लक्ष्यों को विकसित करना तथा उनके भौतिक, भावनात्मक तथा आध्यात्मिक परिप्रेक्ष्यों को समझना।
> स्वयं के बारे में अपने सहकर्मियों, विद्यार्थियों, समुदाय आदि की धारणाओं को जानना।
> दैनिक रिफ्लेक्टिव डायरी लिखना और उसको स्वयं को समझने के लिए प्रयोग करना।
> कार्यशाला में प्रेरणादायी कहानियों, फिल्मों, आदि पर चर्चा।
> अपनी खूबी को पहचानना, उसे प्रदर्शित करना तथा शिक्षण में प्रयोग करने के तरीकों को समझना ।

