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F 12 शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी | Shiksha mein suchna evam sanchar taknik

शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी

TOPIC शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी
Shiksha mein suchna evam sanchar taknik
COURSE BIHAR D.El.Ed.
YEAR 1st YEAR
 CODE F-12

AB JANKARI के इस पेज में बिहार डी एल एड फर्स्ट ईयर पेपर F 12 शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी सिलेबस ,शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी नोट्स , शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी प्रश्न उत्तर , शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी पिछले साल के पेपर को शामिल किया गया है |

 

शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीक सिलेबस

Shiksha mein suchna evam sanchar taknik syllabus

इकाई 1: शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी का परिचय
इकाई 2 : सूचना एवं संचार तकनीकी के विविध उपकरण
इकाई 3 : सूचना एवं संचार तकनीकी के अन्तर्गत ऑफिस ऑटोमेशन का अनुप्रयोग
इकाई 4 : शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में इण्टरनेट
इकाई 5 : प्राथमिक स्तर के विषयों के शिक्षण में आई.सी.टी. का उपयोग



इकाई 1: शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी का परिचय

* सूचना तथा संचार तकनीकी की अवधारणा तथा समझ।
* सूचना एवंसंचार तकनीकी के विभिन्न अवयव।
* शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी की उपयोगिता एवं महत्व।
* समावेशी शिक्षा के लिए सूचना एवं संचार तकनीकी।

इकाई 2 : सूचना एवं संचार तकनीकी के विविध उपकरण

* शिक्षण-अधिगम में ऑडियो-वीडियो, मल्टीमीडिया साधनों की महत्ता तथा उपयोग।
* कम्प्यूटर एवं मोबाइल (हैण्डहेल्ड उपकरण) का संक्षिप्त परिचय।
* कम्प्यूटर के विभिन्न प्रकार एवं घटक।
* कम्प्यूटर : स्मृति, भण्डारण एवं क्लाउड स्टोरेज।
* सॉफ्टवेयर के प्रकार।
* शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में कम्प्यूटर एवं मोबाइल की भूमिका।
 
इकाई 3 : सूचना एवं संचार तकनीकी के अन्तर्गत ऑफिस ऑटोमेशन का अनुप्रयोग
* वर्ड प्रोसेसर : कार्य, सामान्य कौशल तथा शैक्षिक महत्व।
* स्प्रेडशीट : कार्य, सामान्य कौशल तथा शैक्षिक महत्व।
* प्रेजेन्टेशन सॉफ्टवेयर : कार्य, सामान्य कौशल तथा शैक्षिक महत्व।
* कुछ अन्य उपयोगी सॉफ्टवेयर।

इकाई 4 : शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया में इण्टरनेट

* इण्टरनेट : उपयोगिता, शैक्षिक महत्व एवं शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के सन्दर्भ में उपयोग।
* विभिन्न प्रकार के ब्राउजर, सर्च इंजन एवं उनकी उपयोगिता।
* ई-मेल, सोशल नेटवर्किंग एवं इण्टरनेट उपयोग में सुरक्षा मूल्यों तथा सिद्धान्त।
* ई-लर्निंग एवं ओपेन लर्निंग सिस्टम। ।
* ओ.ई.आर. (ओपन एजुकेशनल रिसोर्जेज) : समझ, स्रोत एवं शिक्षण अधिगम में उनका उपयोग।

इकाई 5 : प्राथमिक स्तर के विषयों के शिक्षण में आई.सी.टी. का उपयोग

* सीखने की योजना एवं विद्यालय के अन्य कार्य के साथ आई.सी.टी. का एकीकरण।
* भाषा, गणित एवं पर्यावरण अध्ययन में आई.सी.टी. संसाधन का प्रयोग।
* मूल्यांकन में आई.सी.टी. का महत्व एवं उपयोग।


शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीक पिछले साल का प्रश्न

Shiksha mein suchna evam sanchar taknik Question Paper

AB JANKARI के इस पेज में बिहार डी एल एड फर्स्ट ईयर पेपर F 12 शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी पिछले साल का प्रश्न क जल्द ही शामिल किया गया है |




 
   

शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीक नोट्स

Shiksha mein suchna evam sanchar taknik Notes

AB JANKARI के इस पेज में बिहार डी एल एड फर्स्ट ईयर पेपर F 12 शिक्षा में सूचना एवं संचार तकनीकी नोट्स को शामिल किया गया है |

    
प्रश्न–1 सूचना तथा संचार तकनीकी की अवधारणा तथा समझ

उत्तर - सूचना तथा संचार तकनीकी (Information and Communication Technology - ICT) एक व्यापक शब्द है, जिसमें कंप्यूटर, नेटवर्किंग, टेलीफोन, रेडियो, टेलीविजन, इंटरनेट और अन्य डिजिटल संचार तकनीकों का समावेश होता है। ICT का उपयोग सूचनाओं को संग्रहित, संसाधित, आदान-प्रदान और प्रसारित करने के लिए किया जाता है।

  ICT की अवधारणा

ICT उन सभी तकनीकों और प्रणालियों को संदर्भित करता है जो सूचना के निर्माण, भंडारण, प्रसंस्करण और संचार में सहायता करती हैं। यह डिजिटल युग में सूचना प्रबंधन को अधिक प्रभावी और कुशल बनाती है।


ICT के प्रमुख घटक

1. हार्डवेयर (Hardware) – कंप्यूटर, मोबाइल फोन, सर्वर, नेटवर्क डिवाइस आदि। 

2. सॉफ्टवेयर (Software) – ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लिकेशन, डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम। 

3. नेटवर्किंग (Networking) – इंटरनेट, इंट्रानेट, वाई-फाई, ब्लूटूथ, LAN, WAN। 

4. डेटा और सूचना प्रबंधन (Data & Information Management) – डेटा संग्रहण, प्रसंस्करण और विश्लेषण। 

 5. संचार प्रणालियाँ (Communication Systems) – टेलीफोन, ईमेल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, सोशल मीडिया।


ICT का महत्व एवं उपयोग

1. शिक्षा क्षेत्र में – ऑनलाइन लर्निंग, डिजिटल लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासरूम। 

2. व्यापार एवं उद्योग में – ई-कॉमर्स, डिजिटल मार्केटिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग। 

3. स्वास्थ्य सेवाओं में – टेलीमेडिसिन, डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड, मेडिकल रिसर्च।

4. सरकारी सेवाओं में – ई-गवर्नेंस, डिजिटल पहचान प्रणाली, ऑनलाइन सेवाएँ। 

5. सामाजिक जीवन में – सोशल मीडिया, डिजिटल एंटरटेनमेंट, ऑनलाइन संचार। 

6. सूचना का प्रसार: 

(i) ICT सूचना को तेजी से और कुशलता से प्रसारित करने में मदद करता है। 

(ii) यह शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और सरकारी सेवाओं में सूचना के प्रसार को सुगम बनाता है। 

7. संचार की सुविधा: 

(i) ICT ने संचार को सरल और तेज बना दिया है। 

(ii) ईमेल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म संचार को सुविधाजनक बनाते हैं। 

8. शिक्षा और ज्ञान: 

(i) ICT ने शिक्षा को अधिक सुलभ बना दिया है। 

(ii) ऑनलाइन शिक्षा, ई-लर्निंग और डिजिटल लाइब्रेरी शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं। 

9. आर्थिक विकास: 

(i) ICT व्यापार और उद्योग में नवाचार और उत्पादकता को बढ़ावा देता है। 

(ii) ई-कॉमर्स, डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन बैंकिंग ने आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया है। 

10. सरकारी सेवाएं: 

(i) ICT ने सरकारी सेवाओं को अधिक पारदर्शी और कुशल बना दिया है। 

(ii) ई-गवर्नेंस, ऑनलाइन पोर्टल और डिजिटल पहचान प्रणाली ने नागरिकों की सुविधा को बढ़ाया है।

निष्कर्ष

 सूचना तथा संचार तकनीकी (ICT) आधुनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुकी है। यह शिक्षा, व्यवसाय, स्वास्थ्य और संचार को अधिक प्रभावी बनाकर समाज के समग्र विकास में योगदान दे रही है।

प्रश्न -2 सूचना तथा संचार तकनीकी के विभिन अवयव

उत्तर –

भूमिका - सूचना तथा संचार तकनीकी (ICT) कई घटकों से मिलकर बनी होती है, जो सूचना के निर्माण, भंडारण, प्रसंस्करण और प्रसारण में सहायक होते हैं। ये अवयव तकनीकी उपकरणों, सॉफ्टवेयर, नेटवर्किंग और डेटा प्रबंधन से संबंधित होते हैं।

1. हार्डवेयर (Hardware)

यह ICT का भौतिक भाग होता है, जिसमें विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल होते हैं, जैसे:

• कंप्यूटर (Computer) – डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट।
• मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस – इनपुट और आउटपुट उपकरण।
• सर्वर (Server) – डेटा स्टोरेज और प्रोसेसिंग के लिए।
• नेटवर्किंग डिवाइसेज – राउटर, स्विच, मॉडेम, हब आदि।
• मोबाइल डिवाइसेज – स्मार्टफोन, टैबलेट, डिजिटल असिस्टेंट।
• स्टोरेज डिवाइस (हार्ड डिस्क, SSD, USB ड्राइव)
• इनपुट/आउटपुट डिवाइस (कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, स्कैनर)


2. सॉफ्टवेयर (Software)

सॉफ्टवेयर वे प्रोग्राम होते हैं, जो हार्डवेयर को निर्देश देते हैं कि क्या कार्य करना है। इसके प्रमुख प्रकार हैं:

• ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) – विंडोज, लिनक्स, एंड्रॉइड, मैकओएस। 
• एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर – वर्ड प्रोसेसर, एक्सेल, फोटोशॉप, ब्राउज़र। 
• डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (DBMS) – MySQL, Oracle, MS Access। 
• साइबर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर – एंटीवायरस, फ़ायरवॉल, एन्क्रिप्शन टूल्स।

3. नेटवर्किंग (Networking)

नेटवर्किंग संचार तकनीक को सक्षम बनाती है, जिससे विभिन्न उपकरण और उपयोगकर्ता आपस में जुड़े रहते हैं। इसके मुख्य घटक हैं:
 
• इंटरनेट (Internet) – वैश्विक नेटवर्किंग प्रणाली।
• इंट्रानेट (Intranet) – किसी संगठन का निजी नेटवर्क। 
• वाई-फाई और ब्लूटूथ – वायरलेस संचार तकनीक। 
• क्लाउड कंप्यूटिंग – डेटा और एप्लिकेशन को इंटरनेट पर संग्रहीत करना। 
• लोकल एरिया नेटवर्क (LAN) 
• वाइड एरिया नेटवर्क (WAN) 
• इंटरनेट 
• वायरलेस नेटवर्क (Wi-Fi, Bluetooth) 
• क्लाउड नेटवर्किंग
 
4. डेटा और सूचना प्रबंधन (Data & Information Management)
ICT के अंतर्गत डेटा का निर्माण, संग्रहण और विश्लेषण महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें शामिल हैं: 

• डेटा सेंटर (Data Centers) – बड़े पैमाने पर डेटा संग्रहीत करने की सुविधा। 
• बिग डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) – डेटा एनालिसिस और मशीन लर्निंग। 
• साइबर सिक्योरिटी – डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बनाए रखना।
 
5. संचार प्रणालियाँ (Communication Systems)
सूचना और संचार के आदान-प्रदान के लिए विभिन्न संचार प्रणालियाँ आवश्यक होती हैं, जैसे: 

• ईमेल और मैसेजिंग सेवाएँ – जीमेल, व्हाट्सएप, टेलीग्राम। 
• वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग – ज़ूम, गूगल मीट, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स। 
• सोशल मीडिया – फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन। 
• रेडियो, टेलीविजन और प्रसारण तकनीक – डिजिटल मीडिया, पॉडकास्टिंग।
 
6 मल्टीमीडिया (Multimedia): 

o ऑडियो और वीडियो प्रोसेसिंग 
o ग्राफिक्स डिज़ाइन 
o एनीमेशन और 3D मॉडलिंग 
o वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग 
o डिजिटल मार्केटिंग
 
7 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (AI & ML):

o डेटा साइंस o नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) 
o कंप्यूटर विज़न 
o रोबोटिक्स 
o प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स

8 इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT):

o सेंसर और एक्चुएटर्स 
o स्मार्ट डिवाइस (स्मार्ट होम, स्मार्ट सिटी) 
o वियरेबल टेक्नोलॉजी 
o IoT प्लेटफॉर्म 
o डेटा इंटीग्रेशन और एनालिटिक्स

9 ब्लॉकचेन तकनीक (Blockchain Technology):

a. क्रिप्टोकरेंसी (बिटकॉइन, एथेरियम) 
b. स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स 
c. डिसेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन (DApps) 
d. डिजिटल आइडेंटिटी 
e. सप्लाई चेन मैनेजमेंट 

निष्कर्ष:

सूचना तथा संचार तकनीकी के ये विभिन्न अवयव मिलकर आधुनिक समाज और संगठनों के लिए कुशल और प्रभावी सूचना प्रबंधन तथा संचार को संभव बनाते हैं। इनका उपयोग शिक्षा, व्यवसाय, स्वास्थ्य, सरकारी सेवाओं और अन्य क्षेत्रों में बढ़ता जा रहा है, जिससे डिजिटल युग को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा रहा है।


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  2. प्रश्न– सूचना तथा संचार तकनीकी की अवधारणा तथा समझ

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