यूपी में शिक्षक एक और प्रिंसिपल पांच कॉलेजों का
यूपी में शिक्षक एक और प्रिंसिपल पांच कॉलेजों का। पांचों कॉलेजों में एक ही समय ना केवल शिक्षकों को मैनेज कर रहे हैं बल्कि विवि के काम भी देख रहे हैं। मात्र प्रिंसिपल ही नहीं बल्कि शिक्षक खुद एक साथ एक ही समय पर पांच-पांच कॉलेजों में छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहे हैं। वह भी एक शहर में नहीं बल्कि अलग-अलग शहर में। बहुत ऐसे भी है जिनके नाम दुसरे राज्यों में भी है |
आपको बताते चले की आज कल बी.एड. एम.एड. कालेजो में प्रिंसिपल एवं असिस्टेंट प्रोफेसर एक साथ अनेक कालेजो में अपना नाम चला रहे है | बिहार , एन सी टी ई भुवनेस्वर के अंतर्गत् आता है जिससे यूपी के फर्जी सर्टिफिकेट धारी आसानी से अपना नाम बिहार में चला देते है | परन्तु बैंक खाता ,आधार कार्ड एवं पैन कार्ड के माध्यम से ऐसे लोगो की पहचान की जा रही है | पहचान होने पर कालेज की मान्यता समाप्त की जाएगी |
एक ही समय में अलग-अलग कॉलेज में प्रिंसिपल और शिक्षक बनकर काम करने का यह कारनामा चौ.चरण सिंह विवि के एमएड कॉलेजों का है। हाल में हुई एमएड काउंसिलिंग से ठीक पहले विवि द्वारा किए शिक्षकों के भौतिक सत्यापन में यह खेल पकड़ा गया। विवि प्रशासन के अनुसार 17 कॉलेजों में इस तरह मानकों के अनुसार शिक्षक और प्रिंसिपल नहीं मिले। इन सभी को को विवि ने काउंसिलिंग से बाहर करते हुए केवल 22 कॉलेजों में ही छात्र आवंटित किए हैं। विवि प्रशासन के अनुसार एक-एक शिक्षक के कई कॉलेजों में नौकरी करने के 20 से अधिक मामले पकड़े गए हैं। कई कॉलेजों में एक ही प्रिंसिपल मिला।