CTET के नियम में बदलाव | केंद्र सरकार ने शिक्षक बनने के इच्छुक अभ्यर्थियों के हक में 2020 में महत्वपूर्ण फैसला लिया है । अब उन्हें हर सात साल में शिक्षक अर्हता परीक्षा (सीटीईटी) पास करने की जरूरत नहीं होगी। बल्कि एक बार टीईटी पास करने पर जीवनभर मान्य रहेगी। यह व्यवस्था देशभर में लागू होगी।
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) के चैयरमैन विनीत जोशी ने कहा कि टीईटी को अब जीवनभर के लिए मान्यकर दिया गया है। अभी तक सात साल के लिए मान्य थी।
हाल में ((2020 में ) काउंसिल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। नई व्यवस्था आगे आयोजित होने वाली टीईटी परीक्षाओं के लिए लागू होगी। जो छात्र पहले ही टीईटी पास कर चुके हैं, उनके मामले में एनसीटीई ने कहा कि वह कानूनी सलाह लेकर फैसला लेगी।
शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद उच्च शिक्षा की भांति स्कूल शिक्षा में भी नेट की तर्ज पर टीईटी का प्रावधान किया गया। लेकिन अभी इसकी मान्यता सात साल के लिए है। यानी टीईटी करने के बाद व्यक्ति सात साल में शिक्षक नियुक्त नहीं होता है तो फिर परीक्षा पास करनी होती थी। इसी प्रकार अभ्यर्थियों का श्रम समय एवं पैसे की बर्बादी होती थी , जो नये नियम बनने के बाद नही होगी |
CTET के नये नियम से सरकार एवं विद्यार्थियों को लाभ -
(१) विद्यार्थियों को बार बार परीक्षा नही देना पड़ेगा
(२) विद्यार्थियों को बार बार एक ही परीक्षा के फॉर्म नही भरना होगा
(३) पैसे बेकार में खर्च नही होंगे
(४) सरकार को भी कम विद्यार्थियों का एग्जाम लेना पड़ेगा
(५) विद्यार्थियों को मनचाहा एग्जाम सेंटर मिलेगा , क्योकि विद्यार्थी कम होंगे
Good news
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