D.El.Ed. डी. एल. एड. क्या है ?
भारत में शिक्षा के अधिकार द्वारा 14 वर्ष तक की बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान करने का प्रावधान किया गया है| इसके अंतर्गत विद्यालयों को दो स्तरों में विभाजित किया गया है, प्राथमिक स्तर और उच्च प्राथमिक स्तर||
प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक बनने के लिए डी एल एड कोर्स का निर्माण किया गया है, जो अभ्यर्थी प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक बनने के इच्छुक है, वह इस कोर्स में प्रवेश प्राप्त कर सकते है|
जो उम्मीदवार टीचर बनना चाहते हैं उनको बता दें कि वे टीचर बनने के लिए डी. एल. एड कर सकते हैं। जी हां, डी. एल. एड करने के बाद आप टीचर बन सकते हैं।
डीएलएड का पूरा नाम है डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन।
एक प्राइमरी स्कूल के बच्चे को पढ़ाना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए सरकार ने प्राइमरी के बच्चों को पढ़ाने के लिए बहुत कोर्स बनाये है जिनको करने के बाद आप एक प्राइमरी टीचर (Primary Teacher) बन सकते हैं। इन्ही कोर्सों में से एक कोर्स डी. एल. एड है। जब आप डी. एल. एड करेंगे तब उसमें आपको बच्चो को पढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। आपको सिखाया जाएगा कि बच्चो को कैसे पढ़ाना है ?, बच्चो को पढ़ाने का लेटेस्ट मैथेड (Latest Method) क्या होता है ? आपको बता दें किडीएलएड 2 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स होता है। डी. एल. एड करने के बाद आप एक अध्यापक बन सकते हैं। आपको बता दें कि यूपी में पहले डी. एल. एड को बीटीसी कहते थे। अब 2017 से बीटीसी को डी. एल. एड (D.L.ED) कहा जाने लगा है।
आपको ये भी बता दें कि डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन करने के बाद आपको टेट या सीटेट भी पास करना होगा आप तभी सरकारी अध्यापक बन सकते हैं।
आपको ये भी बता दें कि डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन करने के बाद आपको टेट या सीटेट भी पास करना होगा आप तभी सरकारी अध्यापक बन सकते हैं।
बिहार डीएलएड
सरकार ने शिक्षक बनने के लिए कई कोर्स निर्धारित किए हुए हैं। इनमे से एक कोर्स डीएलएड का है। इस कोर्स के माध्यम से उम्मीदवारों को शिक्षक बनने की ट्रेनिंग दी जाती है। यह कोर्स 2 साल का होता है। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होना जरुरी है।
बिहार डीएलएड पात्रता मापदंड- उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से बारहवीं में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
- उम्मीदवारों को बारहवीं में कम से कम 50 प्रतिशत अंक प्राप्त होने जरुरी है।
बिहार डीएलएड आवेदन पत्र
जो उम्मीदवार बिहार राज्य में 2020 से डीएलएड का कोर्स करना चाहते हैं वो उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं। उम्मीदवारों को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना है। उम्मीदवारों को आवेदन पत्र में पूछी गई सारी जानकारी को सही से डालना है। क्योंकि आवेदन पत्र में दी गई जानकारी के आधार पर ही उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। उम्मीदवारों को आखिरी तारीख से पहले आवेदन प्रक्रिया को पूरा करना है। उम्मीदवारों को आवेदन पत्र के साथ आवेदन शुल्क का भी भुगतान करना होता है। आवेदन शुल्क भुगतान के बाद ही बिहार डीएलएड आवेदन प्रक्रिया को पूरा माना जाता है।
जो उम्मीदवार आवेदन शुल्क का भुगतान नहीं करेगा उन उम्मीदवारों का आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा। उम्मीदवारों के लिए जानने वाली बात यह है कि ऑनलाइन माध्यम के अलावा किसी और माध्यम से किए गए आवेदन स्वीकार नहीं किया जाता है। इसलिए उम्मीदवार तय किए गए नियमों के अनुसार ही आवेदन प्रक्रिया में भाग लें।
बिहार डीएलएड एडमिट कार्ड
बिहार डीएलएड कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। जिसके लिए उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं। आपको बता दें कि सिर्फ उन्हीं उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड जारी किए जाते हैं जो उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया को सभी नियमों के साथ पूरा करते हैं। उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जाते हैं। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट से आसानी से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं।
उम्मीदवारों को अपने एडमिट कार्ड में परीक्षा से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त होती है। जैसे परीक्षा की तारीख, परीक्षा का दिन, परीक्षा केंद्र का नाम आदि। उम्मीदवारों को बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा वाले दिन एडमिट कार्ड अवश्य अपने साथ लेकर जाना है।
बिहार डीएलएड चयन प्रक्रिया
जो उम्मीदवार बिहार राज्य से डीएलएड का कोर्स करना चाहते हैं उन उम्मीदवारों को तय किए गए नियमों के अनुसार चयन प्रक्रिया में भाग लेना है। सबसे पहले उम्मीदवारों को आवेदन प्रक्रिया में भाग लेना है। उम्मीदवारों को ऑनलाइन माध्यम से आवेदन प्रक्रिया में भाग लेना है। उम्मीदवारों को आवेदन पत्र में पूछी गई सभी जानकारी को पूरा भरना है। जो उम्मीदवार आवेदन प्रक्रिया को सभी नियमों के साथ पूरा करेंगे उन उम्मीदवारों को अगले चरण के लिए बुलाया जाएगा।
जिन उम्मीदवारों के आवेदन पत्र स्वीकार कर लिए जाएंगे उन उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा। उससे पहले उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे। उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे। किसी भी उम्मीदवार को पास्ट के माध्यम से एडमिट कार्ड नहीं भेजा जाएगा। बिहार डीएलएड एडमिट कार्ड से उम्मीदवार प्रवेश परीक्षा से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा होने के कुछ बाद उम्मीदवारों का रिजल्ट जारी किया जाएगा। आपको बता दें कि जो उम्मीदवार बिहार डीएलएड परीक्षा में पास हो जाएंगे उन उम्मीदवारों को अगले चरण के लिए बुलाया जाएगा। योग्य उम्मीदवारों को डीएलएड की पढ़ाई करने के लिए कॉलेज का चयन करना होता है। जिसके बाद उम्मीदवारों को कांउसलिंग के लिए बुलाया जाता है। कांउसलिंग में उम्मीदवारों को बिहार डीएलएड कोर्स करने के लिए कॉलेज निर्धारित किए जाते हैं। सभी उम्मीदवारों को कॉलेज मिलने के बाद उम्मीदवारों को कॉलेज में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाएगा।
बिहार डीएलएड रिजल्ट
बिहार डीएलएड कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा के लिए बुलाया जाता है। प्रवेश परीक्षा होने के बाद उम्मीदवारों के रिजल्ट जारी किए जाएंगे। आपको बता दें कि उम्मीदवारों के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जाएंगे। उम्मीदवार आसानी से अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट से देख सकते हैं। रिजल्ट जारी होने के बाद उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा। प्रवेश परीक्षा होने के बाद उम्मीदवार अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट से जुड़े रहें।
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बिहार डीएलएड कांउसलिंग
बिहार डीएलएड का रिजल्ट जारी होने के बाद उम्मीदवारों को जिस कॉलेज में एडमिशन लेना है उस कॉलेज का नाम भरना है। जिसके बाद उम्मीदवारों को कांउसलिंग के लिए बुलाया जाएगा। जिन उम्मीदवारों का नाम पहली कांउसलिंग में आएगा उन उम्मीदवारों को निर्धारित कॉलेज में जाकर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा करना है। यूपी डीएलएड कोर्स में सीटें बचने पर दूसरी कांउसलिंग भी आयोजित की जाती है।
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