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समकालीन भारतीय समाज में शिक्षा 2021 क्वेश्चन पेपर | samkalin bhartiya samaj mein shiksha question paper

समकालीन भारतीय समाज में शिक्षा 2021 क्वेश्चन पेपर

डीएलएड (फेस-टू-फेस) द्वितीय वर्ष परीक्षा - 2021
D.El.Ed. (Face-to-Face)
Second Year Exam. - 2021
S-1
समकालीन भारतीय समाज में शिक्षा
EDUCATION IN CONTEMPORARY INDIAN SOCIETY
समय : 3 घंटे पूर्णांक : 70
 
परीक्षार्थियों के लिए निर्देश :

1. परीक्षार्थी यथासंभव अपने शब्दों में ही उत्तर दें ।
2. यह प्रश्न-पत्र दो खण्डों में हैं, खण्ड - 'क' एवं खण्ड- 'ख' ।
3. खण्ड - 'क' में विकल्प के साथ 6 लघु उत्तरीय प्रश्न दिए गए हैं, जिनमें प्रत्येक का उत्तर 75 से 100 शब्दों में देना है, प्रत्येक प्रश्न 5 अंक का है
4. खण्ड - 'ख' में कुल 5 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न है, जिनमें से किन्हीं 4 प्रश्न का उत्तर प्रत्येक लगभग 200 से 250 शब्दों में देना है, जिसके लिए 10 अंक निर्धारित हैं ।
5. किसी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का प्रयोग पूर्णतया वर्जित है ।

खण्ड  -(क) 
लघु उतरीय प्रश्न 

प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देना अनिवार्य है ।

1. 'सामाजिक न्याय' की अवधारणा स्पष्ट कीजिए ।
 
अथवा,

असमानता का तात्पर्य क्या है ?
 
2. सामाजिक असमानता को दूर करने में 'समान विद्यालय व्यवस्था' किस प्रकार से भूमिका निभा सकती है ? व्याख्या करें ।
 
अथवा,

विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण सम्बन्धी चुनौतियों को आप एक शिक्षक के रूप में किस हद तक दूर करने में सहायक हो सकते हैं ? समझाएँ ।



3. शिक्षा के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए विद्यालयों में किस प्रकार की व्यवस्था होनी चाहिए ? समीक्षा करें ।
 
अथवा,
 
'समग्र शिक्षा अभियान' के अन्तर्गत किस प्रकार के सार्वजनीकरण के प्रयास किये जा रहे हैं ?

4. समाज विद्यालय से अनेक प्रकार के कार्य करने की अपेक्षा रखता है । इनमें से कोई तीन कार्य लिखें। 

अथवा,

आप विद्यालय के छात्रों में समाज में व्याप्त कुरीतियों, कुप्रथाओं, स्वार्थपरता एवं आडम्बरों के प्रति नकारात्मक अभिवृत्ति विकसित करने हेतु किस प्रकार अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं ?
 
5. विद्यालय के अच्छे संसाधन किस प्रकार से शैक्षिक उत्पादकता को प्रभावित करता है ? समझायें ।
 
अथवा,

शिक्षा का तात्पर्य एक सार्थक एवं उत्पादक जीवन की तैयारी से होता है वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसका आलोचनात्मक परीक्षण करें ।
 
6. शिक्षा के अधिकार अधिनियम-2009 के आलोक में मूल्यांकन की वास्तविक रूपरेखा के सम्बन्ध में अपने विचार प्रस्तुत करें ।

अथवा,

विद्यालयी शिक्षा के विकास में ऐतिहासिक दृष्टिकोण से क्या-क्या परिवर्तन हुए हैं ? चर्चा करें ।

खण्ड - 'ख'
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न


200 से 250 शब्दों में किन्हीं 4 प्रश्नों का उत्तर दें ।

 
7. शिक्षा में गुणवत्ता निर्धारित करनेवाले कारकों की सविस्तार चर्चा करें ।
 
अथवा,

असमानता के मामले में भाषा का क्या महत्व है ? समझाइए ।

8. सार्वभौमीकरण के निर्धारित मानक क्या हैं ? सविस्तार चर्चा करें । 

अथवा,

सार्वजनिक शिक्षा के महत्वों की व्याख्या अपने शब्दों में करें ।
 
9. " शिक्षा के माध्यम से समाज में नवाचार आता है ।" इस कथन की व्याख्या कीजिए । अथवा, अच्छी शिक्षा किसी विद्यालय के अच्छे संसाधन पर निर्भर करती है । इससे आप कितना सहमत हैं? विचार दें
 
10. विद्यालय में जो पाठ्यक्रम है उसका समकालीन शैक्षिक उद्देश्यों के आलोक में विश्लेषण करें ।

अथवा,

नीतियों में शिक्षकों के विकास की जो सिफारिशें की गई है, उन्हें वास्तविकता में लागू करने के लिए क्या सरकार का प्रयास काफी होगा ? अपने उत्तर के पक्ष में तर्क दें ।
 
11. निम्न में से किन्हीं - पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें :
 
(क) समता और समानता में अन्तर

(ख) आधुनिकीकरण

(ग) शिक्षा के मौलिक अधिकार
 
(घ) शिक्षा में गुणवत्ता


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