भारतीय गैण्डा, जिसे एक सींग वाला गैण्डा भी कहते हैं|
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भारतीय गैण्डा, ( एक सींग वाला गैण्डा ) विश्व का चौथा सबसे बड़ा जलचर जीव है|
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यह पूर्वोत्तर भारत के असम और नेपाल की तराई के कुछ संरक्षित इलाकों में पाया जाता है |
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राष्ट्रीय राइनो संरक्षण रणनीति: इस रणनीति को वर्ष 2019 में बड़े सींग वाले गैंडों के संरक्षण के लिये शुरू किया गया था।
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भारतीय राइनो विज़न 2020: इसे वर्ष 2005 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य एक सींग वाले गैंडों की आबादी को वर्ष 2020 तक भारतीय राज्य असम के सात संरक्षित क्षेत्रों में 3,000 से अधिक करना था।
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सबसे अधिक एक सींग वाले गैंडे असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में पाए जाते हैं।
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भारत में गैंडे मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में पाए जाते हैं |
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एक सींग वाला गेंडा राइनो प्रजाति में सबसे बड़ा गेंडा है।
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गैंडे काले सींग और त्वचा के सिलवटों के साथ भूरे-भूरे रंग से होती है।
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एक सींग वाला गेंडा घास, पत्तियों, झाड़ियों और पेड़ों की शाखाओं, फल तथा जलीय पौधे की चराई करते हैं।
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यह प्रजाति इंडो-नेपाल तराई क्षेत्र, उत्तरी पश्चिम बंगाल और असम तक सीमित है।
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भारत में गैंडे मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में पाए जाते हैं।
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असम में चार संरक्षित क्षेत्रों (पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य, राजीव गांधी ओरंग नेशनल पार्क, काजीरंगा नेशनल पार्क और मानस राष्ट्रीय उद्यान) में 2,640 गैंडे हैं।
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इनमें से लगभग 2,400 गैंडे काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व (Kaziranga National Park and Tiger Reserve) में हैं।
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